बवासीर के प्रमुख कारण जैसे कब्ज, मोटापा, गर्भावस्था
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बवासीर के लक्षण: 10 लक्षण, इसके कारण, प्रकार, उपचार

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बवासीर के लक्षण: 10 लक्षण, इसके कारण, प्रकार, उपचार

बवासीर, जिसे आमतौर पर पाइल्स या हेमोरॉयड्स कहा जाता है, आज के समय में एक बहुत ही आम समस्या बन गई है। यह समस्या गुदा (एनस) और मलाशय (रेक्टम) की रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होती है। बवासीर अक्सर असुविधा, दर्द और कभी-कभी खून आने का कारण बनती है। हालांकि यह गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन समय पर इलाज न किया जाए तो यह काफी परेशानी पैदा कर सकती है। इस लेख में हम बवासीर के लक्षण, इसके कारण, प्रकार, उपचार और इसे रोकने के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

बवासीर के लक्षण और प्रकार समझाने वाला डायग्राम
बवासीर की सामान्य जानकारी के लिए एक मेडिकल डायग्राम या आंतरिक/बाहरी बवासीर का चित्र।

बवासीर के लक्षण क्या हैं?

बवासीर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों में यह समस्या हल्की होती है, जबकि अन्य में यह काफी गंभीर रूप ले सकती है। नीचे बवासीर के प्रमुख लक्षण दिए गए हैं:

1. गुदा क्षेत्र में दर्द और असुविधा

गुदा क्षेत्र में दर्द और असुविधा बवासीर का सबसे सामान्य लक्षण है। मल त्याग के समय यह दर्द बढ़ सकता है। विशेष रूप से बाहरी बवासीर में यह लक्षण अधिक स्पष्ट होता है।

2. खून का आना

मल त्याग के दौरान गुदा से खून आना बवासीर का एक प्रमुख लक्षण है। यह खून आमतौर पर चमकीले लाल रंग का होता है और मल के साथ या टॉयलेट पेपर पर दिखाई देता है।

3. गुदा में सूजन और गांठ का बनना

गुदा क्षेत्र में एक कठोर गांठ या सूजन महसूस हो सकती है। बाहरी बवासीर में यह गांठ स्पष्ट रूप से दिखाई देती है और दर्द का कारण बनती है। आंतरिक बवासीर में यह गांठ अक्सर गुदा के अंदर होती है और मल त्याग के दौरान बाहर निकल सकती है।

4. गुदा में खुजली और जलन

गुदा क्षेत्र में खुजली और जलन भी बवासीर के सामान्य लक्षणों में से एक है। यह गुदा के चारों ओर त्वचा में जलन और नमी के कारण होता है।

5. मल त्याग में कठिनाई

बवासीर के कारण मल त्याग में कठिनाई हो सकती है। यह मलाशय में सूजन या गुदा क्षेत्र में दर्द के कारण होता है।

6. गुदा से स्राव (डिस्चार्ज)

कुछ मामलों में गुदा से म्यूकस का स्राव हो सकता है, जिससे असुविधा और गंदगी महसूस हो सकती है।

बवासीर के प्रकार

आंतरिक और बाहरी बवासीर के अंतर का चित्रण
आंतरिक और बाहरी बवासीर का स्पष्ट चित्रण।

बवासीर को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बांटा गया है:

1. आंतरिक बवासीर

आंतरिक बवासीर गुदा के अंदर की रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होती है। यह आमतौर पर दर्दरहित होती है क्योंकि गुदा के अंदर के क्षेत्र में दर्द महसूस करने वाली नसें कम होती हैं। हालांकि, मल त्याग के दौरान खून आना इसका प्रमुख लक्षण है।

2. बाहरी बवासीर

बाहरी बवासीर गुदा के बाहर त्वचा पर विकसित होती है। यह अधिक दर्दनाक होती है और गुदा के चारों ओर सूजन और खुजली का कारण बनती है। जब इसमें खून जम जाता है, तो इसे थ्रोम्बोस्ड बवासीर कहा जाता है, जो बहुत अधिक दर्द का कारण बन सकती है।

बवासीर के कारण

बवासीर के प्रमुख कारण जैसे कब्ज, मोटापा, गर्भावस्था
बवासीर के कारणों को दिखाने वाला एक सरल इन्फोग्राफिक

बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:

1. कब्ज (Constipation)

लंबे समय तक कब्ज रहने से बवासीर का खतरा बढ़ जाता है। मल त्याग के दौरान अधिक जोर लगाने से गुदा की रक्त वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है, जिससे वे सूज जाती हैं।

2. गर्भावस्था (Pregnancy)

गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का बढ़ता हुआ आकार गुदा की रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, जिससे बवासीर हो सकती है।

3. मोटापा (Obesity)

अधिक वजन होने से पेट के निचले हिस्से और गुदा पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे बवासीर का खतरा बढ़ सकता है।

4. लंबे समय तक बैठना

जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं, जैसे ऑफिस में काम करने वाले या ड्राइवर, उनमें बवासीर की संभावना अधिक होती है।

5. अस्वास्थ्यकर आहार

फाइबर की कमी वाले आहार और पर्याप्त पानी न पीने से पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह मल को कठोर बनाता है और मल त्याग में कठिनाई उत्पन्न करता है।

6. परिवार में बवासीर का इतिहास

अगर आपके परिवार में किसी को बवासीर की समस्या रही है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक हो सकता है।

7. अत्यधिक जोर लगाना

भारी वजन उठाने या बार-बार खांसने से गुदा की नसों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे बवासीर हो सकती है।

बवासीर का निदान कैसे किया जाता है?

अगर आपको बवासीर के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें। बवासीर का निदान निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

1. शारीरिक परीक्षण

डॉक्टर गुदा क्षेत्र की जांच करते हैं ताकि सूजन, गांठ या अन्य लक्षणों का पता लगाया जा सके।

2. एनोस्कोपी

इस प्रक्रिया में एक छोटा उपकरण (एनोस्कोप) गुदा के अंदर डाला जाता है ताकि आंतरिक बवासीर की जांच की जा सके।

3. सिग्मोइडोस्कोपी

मलाशय और बृहदांत्र के निचले हिस्से की जांच के लिए सिग्मोइडोस्कोप नामक उपकरण का उपयोग किया जाता है।

4. कोलोनोस्कोपी

अगर बवासीर के साथ अन्य समस्याएं भी हों, तो कोलोनोस्कोपी की सिफारिश की जा सकती है।

बवासीर का उपचार

बवासीर के उपचार की प्रक्रियाएं: रबर बैंड लिगेशन और सर्जरी
रबर बैंड लिगेशन और सर्जिकल उपचार का प्रतीकात्मक चित्रण।

बवासीर का उपचार उसकी गंभीरता और प्रकार पर निर्भर करता है।

1. घरेलू उपचार

बवासीर के हल्के मामलों में निम्नलिखित घरेलू उपचार मददगार हो सकते हैं:

  • फाइबर युक्त आहार लें: फल, सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन करें।
  • पानी अधिक पिएं: दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं।
  • गर्म पानी में बैठें (सिट्‌ज बाथ): दिन में 2-3 बार 15-20 मिनट तक गुनगुने पानी में बैठें।

2. दवाएं

डॉक्टर के परामर्श से दर्द और सूजन कम करने के लिए मलहम, क्रीम, या ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।

3. गैर-सर्जिकल प्रक्रियाएं

  • रबर बैंड लिगेशन: इसमें बवासीर के चारों ओर एक बैंड लगाया जाता है ताकि रक्त प्रवाह बंद हो जाए।
  • स्क्लेरोथेरेपी: इसमें बवासीर को छोटा करने के लिए रसायन का इंजेक्शन दिया जाता है।
  • इन्फ्रारेड कोएगुलेशन: बवासीर को सिकुड़ने के लिए इन्फ्रारेड किरणों का उपयोग किया जाता है।

4. शल्य चिकित्सा (Surgery)

गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। कुछ सामान्य सर्जिकल प्रक्रियाएं निम्नलिखित हैं:

  • हेमोरॉयडेक्टॉमी: इसमें बवासीर को पूरी तरह से हटा दिया जाता है।
  • स्टेपल्ड हेमोरॉयडोपेक्सी: इसमें बवासीर को मलाशय के अंदर पुनः स्थापित किया जाता है।

बवासीर को रोकने के उपाय

बवासीर को रोकने के उपाय: व्यायाम, फाइबर युक्त भोजन और अधिक पानी पिएं
स्वस्थ जीवनशैली, व्यायाम, और संतुलित आहार का चित्रण।

बवासीर से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

1. संतुलित आहार लें

अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज।

2. अधिक पानी पिएं

पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मल को नरम रखने में मदद मिलती है।

3. नियमित व्यायाम करें

हर दिन 30 मिनट व्यायाम करने से पाचन तंत्र सही रहता है और वजन नियंत्रण में रहता है।

4. लंबे समय तक बैठने से बचें

यदि आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं, तो हर घंटे थोड़ी देर के लिए खड़े होकर टहलें।

5. कब्ज से बचें

कब्ज होने पर तुरंत इलाज करें। इसके लिए डॉक्टर से परामर्श लें।

FAQ: बवासीर के लक्षण

बवासीर से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डॉक्टर से परामर्श करते हुए किसी व्यक्ति का चित्रण।

1. बवासीर के प्रारंभिक लक्षण क्या हैं?

बवासीर के शुरुआती लक्षणों में गुदा में खुजली, हल्की जलन, और मल त्याग के दौरान खून आना शामिल हैं।

2. क्या बवासीर गंभीर हो सकती है?

हां, अगर समय पर इलाज न किया जाए तो बवासीर गंभीर हो सकती है और शल्य चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है।

3. क्या बवासीर का इलाज संभव है?

हां, बवासीर का इलाज घरेलू उपायों, दवाओं और सर्जिकल प्रक्रियाओं के माध्यम से संभव है।

4. क्या बवासीर संक्रामक है?

नहीं, बवासीर एक संक्रामक रोग नहीं है। यह व्यक्ति की जीवनशैली और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।

5. क्या गर्भावस्था के दौरान बवासीर सामान्य है?

हां, गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और गर्भाशय के दबाव के कारण बवासीर होना सामान्य है।

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